Pm Kisan Yojana: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है जो देश के छोटे और सीमांत किसानों के कल्याण के लिए शुरू की गई है। यह योजना फरवरी 2019 में प्रारंभ हुई थी और तब से लेकर अब तक करोड़ों किसान परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। इसके माध्यम से पात्र किसानों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है।
यह राशि तीन समान भागों में बांटकर दी जाती है, प्रत्येक किस्त में दो हजार रुपये। ये किस्तें हर चार महीने के अंतराल पर सीधे किसानों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाती हैं। अब तक उन्नीस किस्तें सफलतापूर्वक वितरित हो चुकी हैं और किसान बीसवीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
बीसवीं किस्त की संभावित तिथि
उन्नीसवीं किस्त का वितरण फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा बिहार के भागलपुर में किया गया था। इस अवसर पर साढ़े नौ करोड़ से अधिक किसानों के खातों में बाईस हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि भेजी गई थी। योजना की नियमित चक्र व्यवस्था के अनुसार, बीसवीं किस्त मई या जून 2025 में जारी होने की प्रबल संभावना है।
हालांकि सरकार द्वारा अभी तक कोई निश्चित तारीख की घोषणा नहीं की गई है, परंतु विभिन्न सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मई 2025 में यह किस्त किसानों के खातों में पहुंच सकती है। कुछ अनुमानों के अनुसार सरकार किस्त की राशि को दो हजार से बढ़ाकर तीन हजार रुपये करने पर विचार कर रही है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।
पात्रता की शर्तें और आवश्यकताएं
बीसवीं किस्त का लाभ उठाने के लिए किसानों को कुछ निर्धारित मापदंडों को पूरा करना आवश्यक है। सबसे महत्वपूर्ण शर्त यह है कि किसान के पास दो हेक्टेयर से कम कृषि भूमि होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त किसान का आधार कार्ड और बैंक खाता प्रधानमंत्री किसान पोर्टल पर पंजीकृत होना अनिवार्य है।
ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूर्ण करना भी आवश्यक है, जिसके बिना किस्त का भुगतान रुक सकता है। यदि किसान का बैंक खाता बंद है, ब्लॉक है या आधार से जुड़ा नहीं है तो किस्त की राशि नहीं मिल पाएगी। बड़े किसान और संस्थागत भूमि धारक इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। विशेष रूप से महिला किसानों को भी इस योजना में प्राथमिकता दी गई है।
लाभार्थी सूची में नाम जांचने की प्रक्रिया
अपना नाम लाभार्थी सूची में देखना और भुगतान की स्थिति जांचना बहुत सरल है। सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और लाभार्थी स्थिति या लाभार्थी सूची का विकल्प चुनना होगा। इसके बाद आधार संख्या, मोबाइल नंबर या खाता संख्या दर्ज करनी होगी।
अपने राज्य, जिला, तहसील और गांव का नाम चुनकर रिपोर्ट प्राप्त करें विकल्प पर क्लिक करना होगा। इससे आप अपना नाम सूची में देख सकेंगे। भुगतान की स्थिति जांचने के लिए भुगतान स्थिति विकल्प पर क्लिक करके ओटीपी के माध्यम से सत्यापन करना होगा। यदि नाम सूची में नहीं है तो ई-केवाईसी पूरा करना या नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर से संपर्क करना आवश्यक है।
ई-केवाईसी की आवश्यकता और प्रक्रिया
ई-केवाईसी प्रधानमंत्री किसान योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह प्रक्रिया तीन अलग तरीकों से पूरी की जा सकती है। पहला तरीका ओटीपी आधारित ई-केवाईसी है जिसमें आधार संख्या और मोबाइल नंबर दर्ज करके ओटीपी डालना होता है।
दूसरा तरीका बायोमेट्रिक ई-केवाईसी है जो नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर कराई जा सकती है। तीसरा विकल्प फेस ऑथेंटिकेशन है जो प्रधानमंत्री किसान मोबाइल एप्लिकेशन पर चेहरा स्कैन करके किया जाता है। यदि ई-केवाईसी अधूरी रह जाती है तो किस्त का भुगतान रुक सकता है इसलिए इसे तुरंत पूरा करना चाहिए।
अस्वीकरण: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शर्तें और नियम समय-समय पर बदल सकते हैं। किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित अधिकारियों से नवीनतम जानकारी अवश्य प्राप्त करें।