DA Hike July: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। जुलाई 2025 में मिलने वाला महंगाई भत्ता सातवें वेतन आयोग के तहत अंतिम वृद्धि होगी। हाल के महंगाई आंकड़ों में आई तेजी के कारण यह उम्मीद की जा रही है कि इस बार महंगाई भत्ते में पहले से अधिक बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। मार्च और अप्रैल 2025 में औद्योगिक श्रमिकों के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में वृद्धि के कारण विशेषज्ञों का अनुमान है कि महंगाई भत्ता लगभग पचपन प्रतिशत से बढ़कर अट्ठावन प्रतिशत के करीब पहुंच सकता है।
सातवें वेतन आयोग की समाप्ति और अंतिम संशोधन
सातवां वेतन आयोग इकतीस दिसंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, जिसके कारण जुलाई 2025 में होने वाली महंगाई भत्ते की वृद्धि इस आयोग के तहत अंतिम संशोधन होगा। वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता पचपन प्रतिशत है जो जनवरी से जून 2025 की अवधि के लिए दो प्रतिशत की वृद्धि के साथ तय किया गया था। जुलाई से दिसंबर 2025 की अवधि के लिए मिलने वाले महंगाई भत्ते में इससे बेहतर वृद्धि की उम्मीद है जो तीन प्रतिशत तक हो सकती है।
मूल्य सूचकांक में सकारात्मक बदलाव
अप्रैल 2025 में औद्योगिक श्रमिकों के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में आधे अंक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह सूचकांक बढ़कर 143.5 तक पहुंच गया है जबकि जनवरी 2025 में यह 143.2 था। यह लगातार दूसरा महीना है जब इस सूचकांक में वृद्धि देखी गई है। हालांकि जनवरी और फरवरी में इसमें गिरावट आई थी, लेकिन मार्च में फिर से सुधार हुआ और यह 143.0 तक पहुंच गया था। नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक लगातार गिरावट के बाद यह सकारात्मक बदलाव महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
महंगाई दर में स्थिरता के संकेत
अप्रैल 2025 में वार्षिक महंगाई दर थोड़ी घटकर 2.94 प्रतिशत हो गई जो मार्च 2025 में 2.95 प्रतिशत थी। पिछले साल अप्रैल 2024 में यह दर 3.87 प्रतिशत थी, जिससे पता चलता है कि सालाना आधार पर भी महंगाई दर में कमी आई है। श्रम मंत्रालय के अधीन काम करने वाला श्रम ब्यूरो देश के अठासी प्रमुख औद्योगिक केंद्रों के तीन सौ सत्रह बाजारों से खुदरा कीमतें एकत्र करके हर महीने यह सूचकांक जारी करता है।
विभिन्न वस्तुओं के मूल्य सूचकांक में वृद्धि
अप्रैल 2025 में कई महत्वपूर्ण वस्तुओं के मूल्य सूचकांक में वृद्धि देखी गई है। खाद्य वस्तुओं का सूचकांक मार्च के 146.2 से बढ़कर अप्रैल में 146.5 हो गया। कपड़े और जूते-चप्पल की श्रेणी में यह 149.4 से बढ़कर 150.4 तक पहुंच गया। ईंधन और प्रकाश की वस्तुओं में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई जो 148.5 से बढ़कर 153.4 हो गया। सुपारी, तंबाकू और नशीले पदार्थों की श्रेणी में भी वृद्धि हुई और यह 164.8 से बढ़कर 165.8 तक पहुंच गया।
अंतिम निर्णय और भविष्य की संभावनाएं
मार्च और अप्रैल के आंकड़े संकेत दे रहे हैं कि महंगाई भत्ता लगभग अट्ठावन प्रतिशत हो सकता है, लेकिन अभी भी मई और जून 2025 के आंकड़े बाकी हैं। इन्हीं पर यह निर्भर करेगा कि जुलाई 2025 से कितना महंगाई भत्ता बढ़ाया जाएगा। सरकार साल में दो बार, एक जनवरी और एक जुलाई को महंगाई भत्ते में संशोधन करती है। आधिकारिक घोषणा आमतौर पर दिवाली के समय अक्टूबर या नवंबर में होती है, लेकिन अंतिम निर्णय केंद्र सरकार का ही होता है।
अस्वीकरण: यह लेख उपलब्ध जानकारी और विशेषज्ञों के अनुमान पर आधारित है। महंगाई भत्ते की वास्तविक दर और घोषणा की तारीख सरकार के निर्णय पर निर्भर करती है। कृपया आधिकारिक घोषणा की प्रतीक्षा करें।