DA Hike July Good News: केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बेहद खुशी की बात यह है कि इस बार महंगाई भत्ते में काफी अच्छी बढ़ोतरी होने की संभावना दिख रही है। फिलहाल महंगाई भत्ता 55 प्रतिशत की दर से चल रहा है, जो पिछली छमाही में दो प्रतिशत की वृद्धि के साथ निर्धारित किया गया था। जनवरी से जून 2024 तक की पहली छमाही में यह बढ़ोतरी देखी गई थी। अब दूसरी छमाही यानी जुलाई से दिसंबर 2024 तक के लिए महंगाई भत्ते की नई दरों की घोषणा का इंतजार है। सरकारी सूत्रों के अनुसार यह घोषणा सितंबर या अक्टूबर तक हो सकती है।
सातवें वेतन आयोग की अंतिम बढ़ोतरी
यह महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी सातवें वेतन आयोग के तहत अंतिम बढ़ोतरी मानी जा रही है। इसका कारण यह है कि 1 जनवरी 2026 से आठवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने जा रही हैं। हालांकि अभी तक आठवें वेतन आयोग की कमेटी का गठन नहीं हुआ है, लेकिन इस साल जनवरी में सरकार ने इसके गठन को मंजूरी दे दी है। इससे यह साफ होता है कि सातवें वेतन आयोग के तहत यह आखिरी महंगाई भत्ता समायोजन होगा। भविष्य में होने वाली बढ़ोतरी आठवें वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर होगी।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में वृद्धि
औद्योगिक श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक अप्रैल में बढ़कर 143.5 हो गया है। यह लगातार दूसरा महीना है जब इस सूचकांक में वृद्धि दर्ज की गई है। जनवरी 2025 में यह 143.2 था, जिसकी तुलना में अप्रैल का आंकड़ा अधिक है। इस वृद्धि से औद्योगिक श्रमिकों के महंगाई भत्ते में अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद जगी है। यह सूचकांक श्रमिकों के जीवन यापन की लागत को दर्शाता है और इसमें वृद्धि उनके कल्याण के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
तीन से चार प्रतिशत की संभावित बढ़ोतरी
जनवरी और फरवरी 2025 में AICPI में गिरावट देखी गई थी, लेकिन अब मई और जून के आंकड़े भी बढ़े हैं। इस वजह से केंद्र सरकार के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में तीन से चार प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। यह अनुमान वर्तमान आर्थिक स्थिति और महंगाई दर के आधार पर लगाया जा रहा है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला श्रम ब्यूरो इन आंकड़ों को तैयार करता है। यह ब्यूरो देश के 88 प्रमुख औद्योगिक केंद्रों में 370 बाजारों की खुदरा कीमतों के आधार पर हर महीने औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जारी करता है।
कर्मचारियों पर सकारात्मक प्रभाव
इस महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी से केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। बढ़ती महंगाई के दौर में यह राहत की बात है कि सरकार अपने कर्मचारियों की समस्याओं को समझते हुए उनके वेतन में उचित वृद्धि कर रही है। यह न केवल कर्मचारियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाएगा बल्कि उनकी खरीदारी शक्ति भी बढ़ाएगा। महंगाई भत्ते की यह बढ़ोतरी कर्मचारियों के मनोबल को भी बढ़ाएगी और उनकी कार्यक्षमता में सुधार लाएगी।
केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए यह समय खुशी का है क्योंकि जल्द ही महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की घोषणा होने वाली है। सातवें वेतन आयोग के तहत यह अंतिम बढ़ोतरी होगी, लेकिन यह कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के बढ़ते आंकड़े इस बात का संकेत देते हैं कि महंगाई भत्ते में तीन से चार प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है।
अस्वीकरण: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। महंगाई भत्ते की वास्तविक दरों और घोषणा के लिए सरकारी अधिसूचनाओं की प्रतीक्षा करें। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है।