EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने हाल ही में एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए एक नया डिजिटल सिस्टम शुरू किया है जो देश के 6 करोड़ से अधिक कर्मचारियों के लिए एक वरदान साबित होने वाला है। इस नई व्यवस्था के तहत अब कर्मचारी अपने प्रोविडेंट फंड की राशि एटीएम और यूपीआई के माध्यम से तुरंत निकाल सकते हैं। यह पहल डिजिटल इंडिया अभियान के तहत की गई है और इसका मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को उनके फंड तक आसान और त्वरित पहुंच प्रदान करना है। श्रम और रोजगार मंत्रालय के सचिव सुमिता दावरा के अनुसार, यह नई सुविधा मई या जून 2025 तक पूरी तरह लागू हो जाएगी।
ईपीएफओ 3.0 की विशेषताएं और लाभ
ईपीएफओ का यह नया संस्करण जिसे ईपीएफओ 3.0 कहा जा रहा है, कई उन्नत विशेषताओं से भरपूर है। इस सिस्टम के माध्यम से कर्मचारी तुरंत एक लाख रुपए तक की राशि निकाल सकेंगे। पहले जहां पीएफ निकालने की प्रक्रिया में 2-3 दिन से लेकर कई हफ्तों तक का समय लगता था, अब यह काम मिनटों में हो जाएगा। नई व्यवस्था में 95 प्रतिशत दावे स्वचालित रूप से प्रोसेस होंगे, जिससे समय की बचत होगी। ईपीएफओ ने अपने डिजिटल ढांचे में 120 से अधिक डेटाबेस को एकीकृत किया है, जिससे दावों की प्रोसेसिंग का समय केवल तीन दिन रह गया है। यह सुविधा चिकित्सा आपातकाल, आवास, शिक्षा और विवाह जैसी विभिन्न आवश्यकताओं के लिए फंड निकालने की अनुमति देती है।
यूपीआई के माध्यम से पीएफ निकासी की प्रक्रिया
यूपीआई के माध्यम से पीएफ निकालने की प्रक्रिया अत्यंत सरल और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाई गई है। सबसे पहले कर्मचारियों को अपना यूएएन (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) सक्रिय करना होगा और अपना मोबाइल नंबर ईपीएफओ के साथ पंजीकृत कराना होगा। इसके बाद वे अपने यूपीआई ऐप में ईपीएफओ अकाउंट को लिंक कर सकेंगे। एक बार लिंकिंग पूरी हो जाने के बाद, वे ईपीएफओ पोर्टल पर निकासी का अनुरोध कर सकते हैं और अपने यूपीआई ऐप पर इसकी पुष्टि कर सकते हैं। पूरी प्रक्रिया में ओटीपी आधारित सुरक्षा और बैंक-ग्रेड एन्क्रिप्शन का उपयोग किया गया है। फंड तुरंत लिंक किए गए बैंक खाते में स्थानांतरित हो जाएगा।
एटीएम के माध्यम से पीएफ निकासी की सुविधा
एटीएम के माध्यम से पीएफ निकासी की सुविधा विशेषकर उन कर्मचारियों के लिए बेहद उपयोगी है जो डिजिटल ऐप्स का उपयोग करने में सहज नहीं हैं या जिनके पास स्मार्टफोन की सुविधा सीमित है। इस सुविधा के लिए ईपीएफओ द्वारा विशेष एटीएम कार्ड जारी किए जाएंगे जो बैंक के एटीएम कार्ड की तरह काम करेंगे। कर्मचारी किसी भी सहयोगी बैंक के एटीएम पर जाकर अपना कार्ड डाल सकेंगे और पीएफ निकासी का विकल्प चुन सकेंगे। इसके बाद राशि दर्ज करके ओटीपी द्वारा प्रमाणीकरण करना होगा। यह सुविधा विशेषकर अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के कर्मचारियों के लिए अत्यंत लाभप्रद है, जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या हो सकती है।
सुरक्षा व्यवस्था और तकनीकी सुधार
ईपीएफओ के इस नए डिजिटल सिस्टम में कई स्तरों पर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सिस्टम में ओटीपी आधारित प्रमाणीकरण, डेटा एन्क्रिप्शन तकनीक, और दो-कारक प्रमाणीकरण शामिल है। राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद यह सिस्टम बैंक-ग्रेड सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करता है। कर्मचारियों के व्यक्तिगत और वित्तीय डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित सुरक्षा अपडेट किए जाते हैं। सिस्टम में साइबर सुरक्षा के अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पालन किया गया है। इसके अतिरिक्त, सभी लेन-देन की निरंतर निगरानी की जाती है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की स्थिति में तुरंत अलर्ट भेजा जाता है।
भविष्य की संभावनाएं और लाभार्थियों को सुझाव
यह नई पहल भारत में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लिए एक नया मानक स्थापित करती है और भविष्य में इसी तरह की अन्य सुविधाओं की संभावना को बढ़ाती है। ईपीएफओ लगातार अपनी सेवाओं में सुधार कर रहा है और सदस्यों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। कर्मचारियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने यूएएन और मोबाइल नंबर को अपडेट रखें, नियमित रूप से अपना पासवर्ड बदलें, और सभी लेन-देन की रसीदें सुरक्षित रखें। यदि कोई तकनीकी समस्या आती है तो ईपीएफओ की ग्राहक सेवा से संपर्क करना चाहिए। इस डिजिटल क्रांति से न केवल समय की बचत होगी बल्कि वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। कर्मचारियों को इस नई सुविधा का लाभ उठाने के लिए डिजिटल साक्षरता बढ़ानी चाहिए।
अस्वीकरण: यह जानकारी विभिन्न सार्वजनिक स्रोतों से संकलित की गई है और केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। ईपीएफओ की नीतियां, नियम और सुविधाएं समय के साथ बदल सकती हैं। सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए कृपया ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट देखें या उनकी ग्राहक सेवा से संपर्क करें। किसी भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले आधिकारिक दिशा-निर्देशों का अध्ययन अवश्य करें और आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ की सलाह लें।