Gold Silver Rate: आज गुरुवार को सोने की कीमतों में लगातार चौथे दिन बढ़ोतरी देखने को मिली है। घरेलू सराफा बाजार में चौबीस कैरेट सोना आज तैंतालीस रुपये प्रति ग्राम महंगा हुआ है। यह तेजी का सिलसिला बुधवार से चला आ रहा है जब भी सोने की कीमतों में अच्छी बढ़त देखी गई थी। वैश्विक स्तर पर अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव तथा दुनियाभर की आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख कर रहे हैं। इस बढ़ती मांग के कारण सोने की कीमतों में निरंतर वृद्धि हो रही है और यह स्थिति आने वाले दिनों में भी बनी रह सकती है।
विभिन्न श्रेणियों में सोने के आज के दाम
चौबीस कैरेट सोने की कीमत में आज चार सौ तीस रुपये की वृद्धि के साथ दस ग्राम सोना निन्यानवे हजार सात सौ पचास रुपये हो गया है। बुधवार को यह दर निन्यानवे हजार तीन सौ बीस रुपये था। इसी प्रकार एक सौ ग्राम सोने की कीमत चार हजार तीन सौ रुपये बढ़कर नौ लाख सत्तानवे हजार पांच सौ रुपये तक पहुंच गई है। बाईस कैरेट सोने में भी जबरदस्त उछाल देखा गया है और दस ग्राम सोना चार सौ रुपये बढ़कर इक्यानवे हजार चार सौ पचास रुपये हो गया है। अठारह कैरेट सोने की कीमत तीन सौ तीस रुपये की बढ़त के साथ चौहत्तर हजार आठ सौ तीस रुपये प्रति दस ग्राम हो गई है।
अमेरिकी आर्थिक स्थिति का प्रभाव
अमेरिकी आर्थिक संकेतकों में कमजोरी और वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण निवेशकों में सतर्कता का भाव बना हुआ है। बुधवार को आए अमेरिकी आर्थिक आंकड़े निराशाजनक रहे हैं जिससे यह संभावना बनी है कि फेडरल रिजर्व इस वर्ष दो बार ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। इस उम्मीद के कारण सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में तीन हजार तीन सौ पचासी डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया है। यह दर अप्रैल में बने रिकॉर्ड से केवल एक सौ पंद्रह डॉलर नीचे है। अमेरिकी सेवा क्षेत्र में मंदी और रोजगार के अवसरों में कमी ने मंदी की आशंकाओं को और बल दिया है।
व्यापारिक युद्ध की आशंका से बढ़ती चमक
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव ने सोने की चमक को और भी बढ़ा दिया है। अमेरिकी नेतृत्व द्वारा स्टील और एल्युमिनियम पर शुल्क को पचास प्रतिशत तक बढ़ाने और चीनी नेतृत्व पर तीखे हमले ने व्यापारिक युद्ध की संभावना को बढ़ा दिया है। ऐसी परिस्थितियों में सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देखा जाता है क्योंकि यह मुद्रास्फीति और राजनीतिक अस्थिरता के समय में अपना मूल्य बनाए रखता है। निवेशक अनिश्चितता के दौरान अपनी पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए सोने को प्राथमिकता देते हैं।
केंद्रीय बैंकों की भूमिका और वार्षिक प्रदर्शन
इस वर्ष की शुरुआत से अब तक सोना लगभग तीस प्रतिशत तक महंगा हो चुका है। इस असाधारण वृद्धि में दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ये बैंक डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने और भू-राजनीतिक तनावों को देखते हुए बड़े पैमाने पर सोने की खरीदारी कर रहे हैं। मंगलवार को अमेरिकी रोजगार के आंकड़ों में सुधार की खबर के बाद थोड़ी गिरावट आई थी, लेकिन बुधवार को शंघाई गोल्ड एक्सचेंज पर व्यापार शुरू होते ही निवेशकों ने कम दामों पर खरीदारी शुरू की जिससे कीमतों में दोबारा तेजी आ गई।
चांदी में भी जोरदार उछाल
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी इस सप्ताह जोरदार तेजी देखी गई है। एक सौ ग्राम चांदी दो सौ रुपये बढ़कर दस हजार चार सौ रुपये पर पहुंच गई है। वहीं एक किलोग्राम चांदी में दो हजार रुपये की वृद्धि के साथ कीमत एक लाख चार हजार रुपये हो गई है। यह वृद्धि इस सप्ताह की लगातार तेजी का परिणाम है और औद्योगिक मांग तथा निवेश की दृष्टि से चांदी की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। सोना-चांदी की कीमतें बाजार की स्थितियों के अनुसार प्रतिदिन बदलती रहती हैं। निवेश से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें। लेखक या प्रकाशक किसी भी प्रकार की हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।