Monsoon Update: देश के कई हिस्सों में मौसम में बदलाव के संकेत दिखाई दे रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू होने जा रही हैं जो लोगों को भीषण गर्मी से राहत दिलाने वाली हैं। पिछले दस वर्षों के आंकड़ों के अनुसार जून महीने में तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। हालांकि, मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार अगले एक से दो दिनों में झमाझम बारिश होने की प्रबल संभावना है जो तापमान में गिरावट लाने में सहायक होगी।
मध्य प्रदेश में बढ़ता तापमान और मौसमी बदलाव
मध्य प्रदेश में मंगलवार को दिन का तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह इस सीजन में पहली बार है जब जून महीने में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंचा है। अचानक बढ़े तापमान और तेज धूप के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उमस भरे मौसम ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है।
इंदौर शहर के पश्चिमी क्षेत्रों में शाम के समय बारिश देखी गई है जो आने वाले दिनों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह बारिश प्री-मानसून गतिविधियों की शुरुआत का इशारा देती है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह बारिश स्थानीय स्तर पर तापमान में कमी लाने में सहायक होगी।
आने वाले दिनों का मौसमी पूर्वानुमान
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अगले दो से तीन दिनों तक तापमान में और वृद्धि देखी जा सकती है। मंगलवार को दक्षिण-दक्षिण पश्चिमी हवाएं 20 से 28 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है। पिछले एक सप्ताह से चक्रवातीय प्रणाली के कारण हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पश्चिम में बदल रही है। यह परिवर्तन मानसून की आगमन की तैयारी का संकेत देता है।
हवा की दिशा में यह बदलाव महत्वपूर्ण है क्योंकि दक्षिण-पश्चिमी हवाएं समुद्र से नमी लेकर आती हैं जो बारिश की संभावना बढ़ाती हैं। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि यह पैटर्न मानसून के सामान्य आगमन का संकेत देता है।
बारिश की संभावना और हीट वेव की स्थिति
भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार इंदौर में 2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। कई जिलों में हीट वेव की स्थिति भी रिपोर्ट की जा रही है। अगले दो से तीन दिनों में तापमान एक से दो डिग्री और बढ़ने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चक्रवातीय प्रणाली सक्रिय है जिसके कारण खंडवा और खरगोन जिलों में बारिश की अच्छी संभावना है।
अन्य क्षेत्रों में मौसम अभी भी शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि, 12 जून से प्री-मानसून की गतिविधियां तेज होने की उम्मीद है जो 14 जून के आसपास और भी बढ़ सकती हैं।
राहत की उम्मीद
आने वाले दिनों में होने वाली बारिश से न केवल तापमान में कमी आएगी बल्कि हवा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। किसानों के लिए यह बारिश खरीफ फसल की तैयारी के लिए फायदेमंद होगी। शहरी क्षेत्रों में भी धूल-मिट्टी से राहत मिलेगी और वातावरण में नमी का स्तर बढ़ेगा। यह मौसमी बदलाव लोगों की दैनिक गतिविधियों में सुधार लाने वाला है।
डिस्क्लेमर
यह लेख भारतीय मौसम विभाग की रिपोर्ट और सामान्य मौसमी जानकारी पर आधारित है। मौसम की स्थिति में अचानक बदलाव हो सकता है। सटीक और नवीनतम मौसमी जानकारी के लिए कृपया भारतीय मौसम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट देखें या स्थानीय मौसम केंद्र से संपर्क करें।