New Update: भारत के प्रमुख बैंकों ने ATM लेनदेन शुल्क में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं जो ग्राहकों की दैनिक बैंकिंग गतिविधियों को प्रभावित कर रहे हैं। इन परिवर्तनों से करोड़ों खाताधारकों पर असर पड़ेगा क्योंकि ATM का उपयोग आम जनता की रोजमर्रा की जरूरत बन गया है। मई और जुलाई 2025 से लागू हुए ये नए नियम विभिन्न बैंकों में अलग अलग हैं। SBI, HDFC, PNB, Axis Bank और ICICI Bank जैसे बड़े बैंकों ने अपनी शुल्क संरचना में संशोधन किया है। ग्राहकों को इन बदलावों की जानकारी रखना जरूरी है ताकि वे अनावश्यक शुल्क से बच सकें और अपनी बैंकिंग गतिविधियों की योजना बेहतर तरीके से बना सकें।
भारतीय स्टेट बैंक की नई शुल्क व्यवस्था
भारतीय स्टेट बैंक अपने ग्राहकों को मेट्रो और नॉन मेट्रो दोनों शहरों में अपने ATM पर महीने में पांच मुफ्त लेनदेन की सुविधा देता है। दूसरे बैंकों के ATM पर दस मुफ्त लेनदेन मिलती हैं। मुफ्त सीमा समाप्त होने के बाद SBI के ATM पर हर वित्तीय लेनदेन के लिए 15 रुपये प्लस जीएसटी का शुल्क लगता है। अन्य बैंकों के ATM पर यह शुल्क 21 रुपये प्लस जीएसटी होता है। गैर वित्तीय लेनदेन के लिए SBI के ATM पर कोई शुल्क नहीं है लेकिन दूसरे बैंकों के ATM पर 10 रुपये प्लस जीएसटी देना होता है। यह दरें 1 मई से प्रभावी हैं और SBI के ग्राहकों के लिए अपेक्षाकृत किफायती हैं।
निजी बैंकों की शुल्क नीति
HDFC बैंक ने अपनी शुल्क संरचना में स्पष्ट अंतर रखा है। मेट्रो शहरों में केवल तीन मुफ्त लेनदेन मिलती हैं जबकि गैर मेट्रो शहरों में पांच मुफ्त लेनदेन उपलब्ध हैं। इसके बाद हर वित्तीय लेनदेन पर 23 रुपये प्लस जीएसटी और गैर वित्तीय लेनदेन पर 8.50 रुपये प्लस जीएसटी का शुल्क लगता है। Axis Bank और ICICI Bank की शुल्क नीति लगभग समान है। दोनों बैंक मेट्रो शहरों में तीन और गैर मेट्रो शहरों में पांच मुफ्त लेनदेन देते हैं। इसके बाद वित्तीय लेनदेन के लिए 23 रुपये प्लस जीएसटी और गैर वित्तीय लेनदेन के लिए 8.50 रुपये प्लस जीएसटी का शुल्क लगता है। हालांकि इन दोनों बैंकों की नई दरें 1 जुलाई से लागू होंगी।
पंजाब नेशनल बैंक की विशेष व्यवस्था
पंजाब नेशनल बैंक अपने ग्राहकों को अपने ATM पर महीने में पांच मुफ्त लेनदेन देता है। इसके बाद हर लेनदेन पर 10 रुपये प्लस जीएसटी का शुल्क लगता है जो अपेक्षाकृत कम है। दूसरे बैंकों के ATM के लिए मेट्रो शहरों में तीन और नॉन मेट्रो शहरों में पांच मुफ्त लेनदेन मिलती हैं। इसके बाद वित्तीय लेनदेन के लिए 23 रुपये प्लस जीएसटी और गैर वित्तीय लेनदेन के लिए 11 रुपये प्लस जीएसटी देना होता है। PNB की यह दरें भी 1 मई से लागू हैं। यह व्यवस्था PNB के ग्राहकों के लिए फायदेमंद है क्योंकि अपने बैंक के ATM पर शुल्क काफी कम है।
ग्राहकों के लिए व्यावहारिक सुझाव
इन नए शुल्कों के मद्देनजर ग्राहकों को अपनी बैंकिंग आदतों में बदलाव करना चाहिए। सबसे अच्छा तरीका यह है कि अपने बैंक के ATM का ही अधिक उपयोग करें। डिजिटल बैंकिंग और UPI का भी बेहतर उपयोग करें जिससे ATM पर निर्भरता कम हो सके। एक ही बार में अधिक राशि निकालें ताकि बार बार ATM जाने की जरूरत न पड़े। गैर वित्तीय लेनदेन जैसे बैलेंस इंक्वायरी के लिए मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करें। नेट बैंकिंग और मोबाइल एप्स का प्रयोग करके अधिकांश काम घर से ही किए जा सकते हैं। समय के साथ ये शुल्क और भी बढ़ सकते हैं इसलिए डिजिटल माध्यमों को अपनाना बेहतर विकल्प है।
भविष्य की संभावनाएं
बैंकिंग उद्योग में यह रुझान दिखाता है कि भौतिक लेनदेन की लागत बढ़ती जा रही है। सरकार और RBI डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रहे हैं जिससे नकदी आधारित लेनदेन महंगे होते जा रहे हैं। आने वाले समय में यह संभावना है कि ATM शुल्क और भी बढ़ सकते हैं।
अस्वीकरण: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। बैंक शुल्क में समय समय पर परिवर्तन हो सकते हैं। नवीनतम दरों के लिए अपने बैंक से संपर्क करें।